उ ' वर्ण बटिक शुरू हुणी कुछ कुमाउनी शब्द.
आपूं हैं बे यथा संभव सहभागिता और सहयोग लै चैंछ!
(नयीं म्यलमें आपण तरफाक शब्द अर्थ सहित जरूर भेजिया)
उजाड़ आ रौ - पतन होना
उड़ण -ड़ना
उतौव/उतौल-लरबरू, चंचल, अधीर
उन्यान्त-, पतन, विनाश, अधिक:पतन
उदेख-उदासि, बेचैनी, उद्विग्नता, उकताहट, उड़भाड़
उदेखीण/ उदेखीन-उदास हुण , बेचैन हुण, अकुलायी
उदेखि-उदासि, दुखी, व्यथित, उड़भाड़ि
उकड़ु-टोपमारण,
उपाण/उबाण-सुखा, जहां पर गीला न हो
उमाव -उबालना, खटकण, उमाल
उपाई -उपाय, तरकीब, ईलाज
उपाड़-उखाड़,
उमलण- उबलण,
उमवन- गरम, खौलता हुवा, उमलन
उकाव-चढ़ाई, ऊचाई
उज्याणि-ओर, तरफ,
उज्याड़ि-दुसरे के खेत में चरने वाला.
उजाड़-बजीण, चौपट, रूखीण, बांज, बरबाद, सुनसान,
उजा्ड़ -बरबाद, उपदर, नुकशान करण,
उगार-जुगाली ,झाग
उधरण/उधरन -दिवार आदि का गिरना,
उधारण-दिवार भिड़ या मकान गिराना
उधाड़ण -उधड़ना, फाड़ना, चरण,
उपन् -पिस्सू ,वहां पर
उब्यार-दुल, दुव, उयाव, छेद
उबकै.-मितली, उसका
उभकै-उपर की ओर, उपरको, माथिकै
उंहुं-ना, मना करना
उकसूंण-उकसाना, भड़काना, कान भरना, सिखूण
उस्यूण्/उस्यून -आलू अरबी आदि उबाल के पकाना
उसिक-वैसे तो
उलावण्-डंडे से पिटना, पूरियां तलना
उम/ उमि -गेहूँ की भुनी बाली
उमस-हवा की नमी से महशुस होने वाली गर्मी
उकस निकस-असज, परेशानी
उमवण-उमलण, उबलण
उपशास -दमा
उतन /उतण- उतना, उस के बराबर,
उज्याव-उज्यालो, उजाला, उजला
उतपन-वहां पर
उछिटण -पुताई,
उछ्याति-शरारती, नटखट, शरारत
उज -उर्जा, स्फूर्ती, शक्ति,
उचेड़ि-खाड़ा हुआ, खिचाहुआ, उखड़ी
उकेर,उगेर-मिट्टि चढ़ाना, (पेड़ पौधौं के जड़ में),
उखोव-ओखली उखल
उड्यार-गुफा, खोह, दू, उब्याव
उड़भ्यास-नासमझ, मूर्ख, बुद्धिहीन
उताण -उल्टा
उबट -उस रास्ते। उंड़द -जो सोया ना हो बहुत टाइम से। उकाई-उल्टी आना उदूक्कण - फटक माण उसाण- फूलण उठ- उठण उनार- उनका उतौव- उतावला उर्जस- ऊर्जा,ताकत उटांगि- खुराफाती उज्याव- प्रकाश उनि- तलिके उबि- मलिके उन उबि- उल्टी दस्त हुण उघूण- वसूलना उज्याणी- तरफ उखौव -उखल उस्याई -उबाला हुआ उनौर्-उनका उपजौ- पैद् भौ उपन -उछलने वाला कीडा उकाव-चढ़ाई उकांण -उल्लु उच्याण -देवता के नाम बिट बादना
उथकै-वहां को ,थोड़ि दूर ।
उसोरो -थोरो,भैंस का बड़ा (मादा)बच्चा ।
उस्तारा-छुरी
उसै -सूजन
उस्यै-पकाना(आलू/कद्द्/पिड़ालू)
उनरि-उनकी
उनन्थैं-उनसे
उतौल-जल्दबाज
उधरीन्-जमीनका गिरना
उस्सीकैं-मुफ्त में
उलान-आरोप /उलाहना
उज-ताकत
उनकै-नीचे को ।
उपद्रवि-खुराफाती
उखाल्./उखाव्-.उल्टी
उन्मुन्ड्यां-नीचेशिर उपरटांग होना।
उल्टो-उल्टा
उछल्याट-उछलकूद/हल्कापन
उज्याउ - उजाला उगेर - पौधे के जड़ में चारों ओर की मिट्टी ऊँची करना । उड् यार - चट्टान में छोटी गुफा जैसी उनुर - उनका उकें - उसको उनुथें - उनसे उस्याई - उबाला हुआ उपराउँ - जहाँ खेतों में सिंचाई की सुविधा न हो
उकाव -एक पक्षी
उकाब -बुद्धिमान
उकिरी-समेटा हुआ
उकील-वकील
उकाई -चढ़ाई का रास्ता
उकुश -दम घुटने की स्थिति
उच्याट-उचाट
जड्ड -खुराफाती
उजड़ -असभ्य
उजड़ण -उजड़ना आदि
उबांण-सूखना (लुकुड़ उबांण दे --कपड़े सूखने दें)
उसेगयो -सूजन आगया उनार- उनका उच मुचाट -बेचैनी होग ई उकेर -आलू के पेङृ मै मिटटी लगाई उचेडृइहाछ मयोर खोर -मेरे सिर के बाल खीच दिये उचेडि दे तै झाडृ -इस घास को उखाड़ दें उचेडि देयू- डाठ दियां छवण= शरीर में जलकर फफोला होना उछलण- उछलना उभरण,-उभरना छपना,-लै कै सकनू उछाल -फटक